विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में एक अलर्ट जारी किया है जिसमें दुनिया भर के देशों को डायबिटीज की नकली दवाओं के खतरे के प्रति आगाह किया गया है। WHO के अनुसार, इन नकली दवाओं से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।

भारत में भी नकली दवाओं का खतरा बड़ा है। हाल के वर्षों में, कई मामले सामने आए हैं जहां डायबिटीज सहित विभिन्न बीमारियों के लिए नकली दवाएं बेची जा रही थीं। इन नकली दवाओं में अक्सर हानिकारक तत्व होते हैं जो मधुमेह रोगियों के लिए बहुत खतरनाक हो सकते हैं।

नकली दवाओं की पहचान करना मुश्किल हो सकता है। वे अक्सर असली दवाओं की तरह दिखती और पैक की जाती हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप केवल लाइसेंस प्राप्त फार्मेसियों से दवाएं खरीदें और किसी भी संदिग्ध दवा के बारे में अपने डॉक्टर को सूचित करें।

यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपको नकली दवाओं से बचने में मदद कर सकते हैं:

  • केवल लाइसेंस प्राप्त फार्मेसियों से दवाएं खरीदें।
  • दवा खरीदते समय, पैकेजिंग को ध्यान से देखें। सुनिश्चित करें कि यह क्षतिग्रस्त या छेड़छाड़ नहीं है।
  • दवा पर लेबल की जानकारी पढ़ें। यदि आपको कोई संदेह है, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पूछें।
  • यदि आपको दवा के दुष्प्रभाव का अनुभव होता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।
  • अपनी पुरानी दवाओं को किसी भी तरह से न बेचें या न दें।

डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है। अपने डॉक्टर के साथ मिलकर काम करें और एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें।

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