कभी आपने सोचा है कि उड़ान भरते समय एक छोटी सी चिड़िया विमान के लिए इतनी बड़ी मुसीबत बन सकती है? जी हां, पक्षी का विमान से टकराना, जिसे अंग्रेजी में “बर्ड स्ट्राइक” (Bird Strike) कहते हैं, विमानन सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। आइए जाने इसके बारे में विस्तार से –
क्या है पक्षी आघात?
पक्षी आघात का मतलब किसी भी तरह के पक्षी के चलते विमान से होने वाले टकराव से है. यह आमतौर पर विमान के उड़ान भरने या उतरने के समय होता है, हालांकि हवा में भी हो सकता है. टकराने वाला पक्षी कोई भी हो सकता है – गौरैया से लेकर गिद्ध तक.
क्यों होता है पक्षी आघात?
कई कारणों से पक्षी आघात हो सकता है, जैसे:
- हवाई अड्डों के आसपास कूड़ा-कचरा या भोजन का जमा होना पक्षियों को आकर्षित करता है.
- विमानों के उड़ान भरने वाले रास्तों में पक्षियों का प्रवासन मार्ग आ जाना.
- कम रोशनी की स्थिति में पक्षियों को विमान दिखाई न देना.
पक्षी आघात कितना खतरनाक है?
पक्षी आघात विमान के इंजन, पंखों या विंडशील्ड को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे विमान की उड़ान प्रभावित हो सकती है, कभी-कभी तो इमरजेंसी लैंडिंग भी करवानी पड़ती है. गंभीर मामलों में दुर्घटना का खतरा भी रहता है.
कैसे कम किया जा सकता है पक्षी आघात का खतरा?
हवाई अड्डों के आसपास पक्षियों को आकर्षित करने वाले कारकों को कम करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं. साथ ही, विमान चालकों को पक्षियों की मौजूदगी वाले इलाकों के बारे में पहले से जानकारी दी जाती है. नये विमानों के डिजाइन में भी इस बात का ध्यान रखा जाता है कि पक्षी से टक्कर होने पर कम से कम नुकसान हो.